कभी यूं भी आ मेरे ख्वाबमें
की हकीकतोको भूला दु मैं,
मेरी दुनिया फिरसे संवार दे;
की महोब्बतोंका सिला दु मैं ।
यूं तुझसे बिछडके फिर कभी,
न जी सका मैं चैनसे;
मेरे अश्क है मेरी जिंदगी,
मेरे अश्क तुझको पीला दु मैं ।
जो अक्स तेरी नजरमें था,
वो रक्स पैमानेमें कहां;
अय खुदा तु फिरसे बहार दे,
मेरी चश्मेनमको खिला दु मैं ।
वो गुरुर था जो पिघल गया,
ये वो ईश्क है जो निखर गया;
मेरी वफासे तु ना मुकर,
तुझे जिस्मों-जांमें मिला दु मैं ।
की हकीकतोको भूला दु मैं,
मेरी दुनिया फिरसे संवार दे;
की महोब्बतोंका सिला दु मैं ।
यूं तुझसे बिछडके फिर कभी,
न जी सका मैं चैनसे;
मेरे अश्क है मेरी जिंदगी,
मेरे अश्क तुझको पीला दु मैं ।
जो अक्स तेरी नजरमें था,
वो रक्स पैमानेमें कहां;
अय खुदा तु फिरसे बहार दे,
मेरी चश्मेनमको खिला दु मैं ।
वो गुरुर था जो पिघल गया,
ये वो ईश्क है जो निखर गया;
मेरी वफासे तु ना मुकर,
तुझे जिस्मों-जांमें मिला दु मैं ।
2 comments:
gud1 JDSj...!!!
Thanks Anshul.
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