जिंदगी तेरे एहसासके सिवा कुछ भी नहीं,
तुम मेरे हो या नहीं ये सवालातके सिवा कुछ भी नहीं ।
रास्ते खुद-ब-खुद मिल जायेंगे तुम चलो तो सही,
मंझिले ईक ईत्तेफाकके सिवा कुछ भी नहीं ।
रस्मों, रिवाज़ोंकी ईनायत सिर्फ जमानेकी हवा है,
मेरे हाथोमें मेरे हालातके सिवा कुछ भी नहीं ।
"राझ"ने देखी है तेरी आंखोकी महेंकती खुश्बु,
दामनमें उसके झझबातके सिवा कुछ भी नहीं ।
तुम मेरे हो या नहीं ये सवालातके सिवा कुछ भी नहीं ।
रास्ते खुद-ब-खुद मिल जायेंगे तुम चलो तो सही,
मंझिले ईक ईत्तेफाकके सिवा कुछ भी नहीं ।
रस्मों, रिवाज़ोंकी ईनायत सिर्फ जमानेकी हवा है,
मेरे हाथोमें मेरे हालातके सिवा कुछ भी नहीं ।
"राझ"ने देखी है तेरी आंखोकी महेंकती खुश्बु,
दामनमें उसके झझबातके सिवा कुछ भी नहीं ।
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