दिलसे तेरा खयाल भूलाया न गया,
ये दागे जिगर कीसीको दिखाया न गया ।
तमाम उम्र तेरा ही खयाल साथ रहा,
साथ फिर किसीका निभाया न गया ।
मौत पे मौत हुई आरझुओंकी यहां,
चैन कब्रमें ईसलिये पाया न गया ।
जिंदगीभर खेलते रहे सब मेरे दिलसे,
ईसलिये जिंदगीभर ऊसे बहेलाया न गया ।
तेरी यादोंका कफन ओढकर सोया था "राझ",
बहोत जगानेपर भी उसको जगाया न गया ।
ये दागे जिगर कीसीको दिखाया न गया ।
तमाम उम्र तेरा ही खयाल साथ रहा,
साथ फिर किसीका निभाया न गया ।
मौत पे मौत हुई आरझुओंकी यहां,
चैन कब्रमें ईसलिये पाया न गया ।
जिंदगीभर खेलते रहे सब मेरे दिलसे,
ईसलिये जिंदगीभर ऊसे बहेलाया न गया ।
तेरी यादोंका कफन ओढकर सोया था "राझ",
बहोत जगानेपर भी उसको जगाया न गया ।
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